उत्तर प्रदेश में योगी सरकार की सतर्कता का कितना असर हो रहा है इसका असर बकरीद के त्योहार से लगाया जा सकता है. यूपी के अलीगढ़ में कई जगह पर ईद की नमाज पढ़ी गई जिसमें शाहजमाल स्थित ईदगाह और ऊपरकोट जामा मस्जिद पर भारी संख्या में लोग इकट्ठा हुए लेकिन ऐसा पहली बार हुआ है जब सड़क पर नमाज नहीं पढ़ी गई. पुलिस ने इसको लेकर पर्याप्त इंतजाम किए हुए थे. प्रदेश में सीएम योगी की गाइडलाइन का पालन किया गया. बता दें कि लोगों से सड़क पर नमाज ना पढ़ने की अपील की गई थी जिसके चलते पुलिस ने सभी नमाजियों को मस्जिद के अंदर कर दिया और किसी को भी सड़क पर नमाज पढ़ने नहीं दिया गया. पुलिस की ओर से सख्ती बरती गई और ज्यादा भीड़ को देखते हुए अलीगढ़ में नमाज दो शिफ्ट में पढ़ी गई. हालांकि, इसको लेकर प्रशासन ने लोगों को पहले से ही सूचना दे दी थी कि किस मोहल्ले की नमाज किस शिफ्ट में पढ़ी जाएगी ताकि लोगों को भी समस्या ना हो. वहीं, लोगों ने भी पुलिस का काफी सहयोग किया.
योगी सरकार की गाइडलाइन्स का हुआ पालन
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अलीगढ़ के अपर जिलाधिकारी अमित कुमार भट्ट ने बताया कि यह व्यवस्था पुलिस प्रशासन, ईदगाह कमेटी के लोगों के सहयोग और मुफ्ती साहब की अपील से हुआ. नई व्यवस्था में दो शिफ्ट में नमाज अपने ईदगाह में कराई गई है और दो शिफ्ट में ऐसे तय हुआ कि किस शिफ्ट में कौन लोग आएंगे. इन सारी अपीलों का जबरदस्त असर देखने को मिला, सभी लोगों का सहयोग मिला जिससे कोई अप्रिय घटना नहीं हुई.
‘सुरक्षित संपन्न हुआ त्योहार’
आपको बता दें कि अलीगढ़ के एसपी सिटी कुलदीप गुनावत ने बकरीद के त्योहार को लेकर बताया कि, ईद का त्योहार शांतिपूर्वक तरीके से मनाया गया. इस संदर्भ में पुलिस प्रशासन की तरफ से व्यापक स्तर पर तैयारियां की गई थी. पीस कमेटी की मीटिंग भी की गई थी. गाइडलाइन के अनुसार नमाज पढ़ी गई है. सब शांतिपूर्वक और सुरक्षित माहौल में त्योहार मनाया गया है. बताते चलें कि बकरीद के त्योहार से पहले ही उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गाइडलाइन्स जारी कर दी थी जिसका साफ असर त्योहार के दौरान देखने को मिला.