इजराइल और हमास के बीच शुरू हुआ विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. करीब एक सप्ताह से चल रहा यह युद्ध खतरनाक ही बनता जा रहा है. इस युद्ध में दोनों तरफ से जमकर हमले किए जा रहे हैं और अब तक हमले में करीब 3000 लोगों की मौत भी हो चुकी है. हालांकि, भारत इजराइल के साथ खड़ा है, ऐसा भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है. वहीं, क्या भारत इजराइल को कुछ हथियार देगा? इस बारे में सस्पेंस है. बता दें कि भारतीय विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस की है. इस दौरान विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि ऑपरेशन ‘अजय’ के तहत भारतीय विमान इजराइल पहुंचेगी जो रात के लिए ही पहुंचेगी और सुबह वापस वतन लौटेगा.

भारतीयों को बचाने के लिए ऑपरेशन ‘अजय’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इजराइल में फंसे भारतीय नागरिकों को सुरक्षित वापस निकालने के लिए ऑपरेशन ‘अजय’ लॉन्च किया गया है. वहीं, भारत इजराइल को किसी तरह के हथियार देगा या नहीं इसके बारे में विदेश मंत्रालय का कहना है कि, ‘अभी तक हमें इस तरह की कोई रिक्वेस्ट नहीं मिली और ना ही हम इस तरह की कोई मदद कर रहे हैं. अभी हम इस बात पर फोकस कर रहे हैं कि जो भारतीय इजराइल में फंसे हैं और अगर उन्हें वापस आना है तो उन्हें सुरक्षित भारत लाना होगा…फिलहाल, भारतीयों को लाने के लिए चार्टर्ड प्लेन का इस्तेमाल किया जा रहा है लेकिन जरूरत पड़ने पर सरकार वायु सेवा का भी इस्तेमाल कर सकती है…’

हमास के हमले को बताया ‘आतंकवादी’ हमला
आपको बता दें कि प्रेस कांफ्रेंस के दौरान विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया कि, ‘इजराइल पर हमास के हमले को आतंकवादी हमले के रूप में देखा जाना चाहिए. हम बहुत स्पष्ट है कि हम इसे आतंकवादी हमले के रूप में देखते हैं. जहां तक फिलिस्तीन का सवाल है तो भारत ने हमेशा मान्यता प्राप्त सीमा के भीतर रहने वाले फिलिस्तीनियों के लिए संप्रभु और स्वतंत्र देश की स्थापना की वकालत की है…’ बताते चलें कि इजराइल पर अचानक से हमास ने हमला बोल दिया जिसके जवाब में इजराइल ने भी युद्ध की घोषणा कर दी. इस युद्ध अब तक हजारों अपनी जान गंवा चुके हैं. देखने वाली बात होगी कि आखिर कब तक यहां स्थिति सामान्य हो पाती है.