मणिपुर में पिछले करीब 80 दिनों ले हिंसा जारी है जिसको लेकर अब पूरा देश चिंतित हो गया है. इसी कड़ी में दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल मणिपुर पहुंची. उन्होंने मणिपुर जाने से पहले कहा कि वह मणिपुर जाएंगी और यौन हिंसा पीड़ित लोगों से मिलेंगी. इससे पहले मणिपुर सरकार ने उन्हें इनसे प्रभावित राज्य का दौरा करने की अनुमति देने से इनकार कर दिया था. इसके पीछे की वजह सरकार ने कानून व्यवस्था बताई थी. बता दें कि मणिपुर जाने से पहले स्वाति मालीवाल ने मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि मुझे मणिपुर सरकार से एक पत्र मिला है जिसमें राज्य सरकार द्वारा मुझे अपनी यात्रा स्थगित करने का सुझाव दिया गया है.
मणिपुर दौरे पर स्वाति मालीवाल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मणिपुर जाने से पहले स्वाति मालीवाल ने कहा कि, “मैंने मणिपुर सरकार को लिखा है कि मैं राज्य का दौरा करना चाहती हूं और यौन उत्पीड़न के पीड़ितों से मिलना चाहती हूं. मुझे मणिपुर सरकार से पत्र मिला है जिसमें राज्य सरकार द्वारा मुझे अपनी यात्रा स्थगित करने का सुझाव दिया गया है कि राज्य में कानून और व्यवस्था की स्थिति अच्छी नहीं है. मैं केवल पीड़ितों की मदद के लिए मणिपुर जाना चाहती हूं. मैं राज्य सरकार से अपील कर रही हूं कि वो मुझे मणिपुर जाने की अनुमति दें और उन राहत शिविरों में मेरी यात्रा की व्यवस्था करें जहां यह पीड़ित रह रहे हैं…स्वाति मालीवाल का कहना है कि मैं महिलाओं से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर मणिपुर के मुख्यमंत्री से बातचीत करना चाहती हूं इसलिए उनसे समय भी मांगा है.”
मणिपुर में हालात चिंताजनक
आपको बता दें कि हाल ही में राज्य में एक स्कूल को जलाने का भी मामला सामने आया. कुकी समुदाय के करीब 100 से ज्यादा लोगों में विष्णुपुर जिले की ट्रोबुंग ग्राम पंचायत में मैतई समुदाय के कुछ घर और एक स्कूल को जला दिया. बताया जा रहा है कि यह हमलावर चुराचांदपुर जिले से आए थे और इन्होंने अचानक हमला बोल दिया. वहीं, इससे पहले मणिपुर से एक दिल दहला देने वाला वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हुआ था जिसमें दो लड़कियों को निर्वस्त्र कर घुमाया गया था जिसको लेकर पूरे देश में सियासत बढ़ी थी. हालांकि, संसद के मॉनसून सत्र में इसी को लेकर हंगामा भी हुआ. बताते चलें कि मणिपुर के हालात दिन प्रतिदिन लोगों की चिंता बढ़ा रहे हैं, देखना होगा कि आखिर कब तक मणिपुर के हालात सामान्य हो पाते हैं.