हरियाणा में तय तारीख पर ही विधानसभा के चुनाव होंगे. इलेक्शन कमिशन की तरफ से साफ कर दिया गया है कि निश्चित तारीख यानी कि 1 अक्टूबर को ही हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होगी. बता दें कि बीजेपी, इनेलो और बिश्नोई समाज ने हरियाणा में वोटिंग की तारीख को बदलने की मांग की थी. इनका तर्क था कि 1 अक्टूबर को जब वोटिंग होगी तो उसके आगे और पीछे छुट्टी पड़ रही है जिससे मतदान प्रतिशत पर असर पड़ सकता है क्योंकि लंबी छुट्टियों पर लोग कहीं जा सकते हैं. हालांकि, अब इलेक्शन कमिशन ने इस पर मंथन करके यह फैसला लिया है कि हरियाणा में वोटिंग तारीख में कोई बदलाव नहीं होगा, निश्चित तारीख पर ही मतदान होगा.
तारीख बदलने की मांग…
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हरियाणा बीजेपी के अध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर चुनाव की तारीख में परिवर्तन करने की मांग की थी जिसके बाद बिश्नोई समाज ने भी चुनाव आयोग को पत्र लिखा था और शाम होते-होते इनेलो की तरफ से भी लंबी छुट्टियों का तर्क देकर मतदान की तारीख को बदलने की मांग की गई. वहीं, चुनाव आयोग ने इस पर मंथन करके अंतिम फैसला लिया कि हरियाणा में 1 अक्टूबर को ही विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और 4 अक्टूबर को नतीजे सामने आएंगे. हालांकि, ऐसा नहीं है कि बीजेपी चुनाव की तारीख को बदलने के लिए पूरा जोर लगा रही हो क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री नायब सैनी ने अपने बयान में कहा था कि, ‘अगर चुनाव की तारीख नहीं बदली जाती है तो भी उन्हें कोई समस्या नहीं है…’
1 अक्टूबर को मतदान, 4 को नतीजे
आपको बता दें कि हरियाणा में 1 अक्टूबर को 90 विधानसभा सीटों के लिए मतदान होगा. वहीं, 4 अक्टूबर को नतीजे सामने आएंगे. इससे पहले की प्रक्रिया 5 सितंबर से शुरू हो जाएगी. जी हां, 5 सितंबर को नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी. इसके बाद 1 अक्टूबर को मतदान होगा. बताते चलें कि हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर प्रदेश में सियासी हलचल तेज है. बीजेपी लगातार तीसरी बार प्रदेश में हैट्रिक का दावा कर रही है तो वहीं कांग्रेस भी 70 पार सीटों का दम भर रही है, साथ ही अन्य क्षेत्रीय दल भी सत्ता पर काबिज होने की बात कह रहे हैं. बहरहाल, देखने वाली बात होगी कि आखिर इन सबके बीच प्रदेश में किस पार्टी की सरकार बनती है.