दिल्ली समेत एनसीआर में बढ़ते प्रदूषण के कारण हाहाकार मचा हुआ है. लोग परेशान हो रहे हैं और अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा देखने को मिल रहा है. इसी कड़ी में बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए दिल्ली सरकार ने प्राइमरी तक के स्कूलों को बंद करने का फैसला लिया है और इस दौरान ऑनलाइन क्लास जारी रखने के लिए कहा है. बता दें कि दिल्ली सरकार के फैसले पर कुछ परिजनों ने आपत्ति बताई है. उनका कहना है कि जो लर्निंग फिजिकल क्लास के दौरान मिलती है वो ऑनलाइन क्लास में नहीं मिल पाती. ऑनलाइन क्लास के लिए आवश्यक उपकरणों की भी कमी है.
बढ़ते AQI से बढ़ी परेशानी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली में पिछले कई दिनों से एक्यूआई का स्तर 400 के ऊपर ही दर्ज किया जा रहा है. आलम तो यहां तक पहुंच गया था कि एक्यूआई 800 को भी पार कर गया था जोकि बेहद गंभीर श्रेणी में आता है. वहीं, इन सब का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ता है. बुजुर्गों को सैर के लिए मना किया गया है. बुजुर्गों के लिए कहा गया है कि जरूरत पड़ने पर ही घर से बाहर निकलें. वहीं, बच्चों पर इसका असर ना हो इसलिए स्कूल बंद करने का फैसला लिया गया है. वहीं, दिल्ली ऑड-ईवन नियम भी लागू कर दिया गया है. 13 से 20 नवंबर तक ऑड-ईवन जारी रहेगा. इसके साथ ही दिल्ली में पटाखों पर भी पूरी तरह से बैन है. वहीं, अब सुप्रीम कोर्ट ने पूरे देश में पटाखों पर बैन घोषित कर दिया है.
- पराली न जलाने की अपील
आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने हरियाणा में पराली जलाने को भी मना किया है क्योंकि पराली ही प्रदूषण का सबसे बड़ा कारण माना जाता है. वहीं, लोग अपनी सुरक्षा का ध्यान रखें, कम से कम घर से बाहर निकले और अगर निकलते हैं तो मास्क का उपयोग जरूर करें. बताते चलें कि बढ़ते प्रदूषण से मुक्ति पाने के लिए कई नियम लागू किए जा रहे हैं, देखना होगा कि कितनी जल्दी प्रदूषण से निजात मिल पाती है.