संसद का विशेष सत्र भारी हंगामे के साथ शुरू हुआ. सत्र शुरू होते ही विपक्षी दलों ने हंगामा करना शुरू कर दिया. विशेष सत्र की विशेष बात यह है कि 5 दिन तक चलने वाला संसद के विशेष सत्र की आखिरी कार्यवाही पुराने संसद भवन में हुई और अब 19 सितंबर से 22 सितंबर तक यानी कि 4 दिन तक संसद की कार्यवाही नई संसद भवन में होगी. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में 75 साल की संसदीय यात्रा को लेकर कई ऐतिहासिक पलों का याद किया. पीएम मोदी ने जवाहरलाल नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी, मनमोहन सरकार, अटल बिहारी वाजपेई की सरकार की तमाम उपलब्धियों को गिनवाया. साथ ही यह भी कहा कि पुराने संसद भवन से विदाई लेना भावुक पल है.
‘पसीना, परिश्रम और भारतीयों का पैसा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने विशेष सत्र में अपने संबोधन के दौरान कहा कि, ‘नई संसद में जाने से पहले उन प्रेरक पलों इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ियों का स्मरण करते हुए आगे बढ़ने का यह अवसर है. हम सब ऐतिहासिक भवन से विदा ले रहे हैं. आजादी से पहले सदन काउंसिल का स्थान हुआ करता था और आजादी के बाद संसद भवन के रूप में पहचान मिली. यह सही है कि इमारत के निर्माण का फैसला विदेशी शासको का था लेकिन हम यह कभी भूल नहीं सकते कि इस भवन के निर्माण में पसीना और परिश्रम मेरे देशवासियों का लगा था और पैसे भी देश के लगे थे…हम भले ही नए भवन में जाए लेकिन पुराना भवन आगे आने वाली पीढ़ियों को प्रेरणा देता रहेगा…
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भारत की सफलता का जिक्र
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अपने संबोधन के दौरान देश की कई बड़ी उपलब्धियों को बताया जिसमें मिशन चंद्रयान-3 और जी-20 शामिल है. पीएम मोदी ने कहा कि, ‘चंद्रयान-3 की उपलब्धि देश और दुनिया पर एक नया प्रभाव डालेगी. उन्होंने कहा कि सदन से मैं एक बार फिर से देश के वैज्ञानिकों को कोटि-कोटि नमन करता हूं और उनका अभिनंदन करता हूं. आज जी20 की सफलता को आपने सर्वसम्मति से सराहा है. मैं आपका धन्यवाद करता हूं. जी20 की सफलता पूरे देश की सफलता है. यह किसी दल की नहीं बल्कि पूरे भारत और 140 करोड़ भारतीयों की सफलता है. भारत इस बात पर गर्व करेगा कि जिस समय भारत जी20 समिट का अध्यक्ष बना तो उस समय अफ्रीकन यूनियन जी20 का सदस्य बना. बताते चलें कि संसद का विशेष सत्र 18 से 22 सितंबर तक के लिए आयोजित है जिसमें ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि विपक्ष कई मुद्दों के साथ सरकार को घेरने की तैयारी में है. वहीं, सरकार भी कई बड़े विधेयक सदन में पेश कर सकती है. हालांकि, देखना होगा कि संसद के इस विशेष सत्र में क्या खास होता है.