कांग्रेस नेता राहुल गांधी आगामी चुनाव को लेकर अपनी पार्टी को मजबूत करने में लग गए हैं. पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में तो कांग्रेस ने हर चुनावी राज्य में जाकर सत्ताधारी बीजेपी पार्टी पर तंज कसा और जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे किए, साथ ही महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए भी बातें कहीं. इसी कड़ी में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने की बात कही है. बता दें कि राहुल गांधी ने कहां कि, ‘कांग्रेस पार्टी संगठन में सक्रियता से महिलाओं को बढ़ावा देगी और अगले 10 सालों में पार्टी से 50% महिलाएं सीएम होंगी…’

‘महिला नेताओं में सीएम बनने के सारे गुण’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, केरल के एर्नाकुलम में आयोजित महिला कांग्रेस सम्मेलन ‘उत्साह’ में पहुंचे कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा कि, ‘पार्टी में असंख्य महिला नेता हैं जिनमें मुख्यमंत्री बनने के सारे गुण हैं. पहले हमने इस बात पर चर्चा की थी कि आने वाले 10 सालों में अब के मुकाबले 50% महिलाओं को मुख्यमंत्री बनाने का लक्ष्य तय है. हालांकि, आज कांग्रेस में एक भी महिला मुख्यमंत्री नहीं है लेकिन हमें ये सुनिश्चित करना होगा कि हर स्तर पर पार्टी में अधिकाधिक महिलाएं आए…’

‘महिलाओं के प्रति सबसे ज्यादा भेदभाव’
आपको बता दें कि कांग्रेस नेता यहीं नहीं रुके. उन्होंने आगे कहा कि, ‘हमारे देश की राजनीतिक परंपरा में भेदभाव को कम करके बड़ा बदलाव लाया जा सकता है. यहां पर जाति-भाषा के आधार पर भेदभाव तो है ही लेकिन महिलाओं के प्रति सबसे ज्यादा भेदभाव होता है. उन्होंने आरएसएस और बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, आज का सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या संघ में महिलाओं को आने की अनुमति है? संघ पूरी तरह से पुरुष प्रधान संगठन है…’ बताते चलें कि राहुल गांधी ने महिलाओं के सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए कई बड़ी बातें तो की साथ ही सरकार को भी घेरा. फिलहाल, देखने वाली बात होगी कि आखिर महिलाओं को बढ़ावा देने से क्या महिला वोट बैंक बढ़ता है या नहीं.