पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने बासमती के निर्यात पर लगी रोक को पंजाब और किसान विरोधी फैसला बताया है. इतना ही नहीं उन्होंने केंद्र सरकार से इस मनमाने फैसले को तुरंत वापस लेने की मांग भी की है. बता दें कि सीएम भगवंत मान ने यह मांग पंजाब कृषि विश्वविद्यालय में दो दिवसीय किसान मेले के आखिरी दिन किसानों की सभा को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने बड़े ही दुख के साथ कहा कि यह बेतुका फैसला किसानों के साथ-साथ व्यापारियों को आर्थिक तौर पर नुकसान पहुंचाएगा.
केंद्र से सीएम मान ने की ये मांग
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम मान ने कहा कि, ‘पंजाब सरकार राज्य में फसलीय विविधता के अंतर्गत मूंग, बासमती और अन्य वैकल्पिक फसलों को प्रोत्साहित करने में जुटी है और दूसरी तरफ केंद्र सरकार है कि ऐसी नीतियों से हमारी मुहिम को चोट पहुंचा रही है. सीएम मान ने पराली जलाने की समस्या को लेकर कहा कि, उन्होंने केंद्र सरकार को सुझाव दिया था कि किसानों को परली के निपटारी के लिए 2500 रुपये प्रति एकड़ की आर्थिक सहायता दी जाए, इसमें 1500 रुपये केंद्र और 1000 रुपये राज्य सरकार अदा करेगी मगर केंद्र ने सुझाव के साथ सहमति प्रकट करने की बजाय उसको रद्द कर दिया.
भ्रष्टाचार मुक्त के लिए कई कदम उठाए- मान
आपको बता दें कि सीएम भगवंत मान ने भ्रष्टाचार को सभी बीमारियों की जड़ बताया. उन्होंने कहा कि, ‘राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार मुक्त, पारदर्शी और साफ सुथरा प्रशासन देने के लिए कई कदम उठाए हैं. राजस्व विभाग में भ्रष्टाचार को खत्म करने के लिए कई बड़े फैसले लिए गए हैं. जमीन-जायदाद की रजिस्ट्री भी सरल पंजाबी में होने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है ताकि साधारण व्यक्ति दस्तावेजों को पढ़ सकें…’ बताते चलें कि सीएम मान ने एक ओर जहां पंजाब सरकार की खूबियों का बखान किया तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर वार किया. हालांकि, इसको देखकर कयास लगाए जा सकते हैं कि ये सब आगामी चुनावों को देखते हुए हैं रहा है.