मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मिजोरम के बाद अब तेलंगाना में विधानसभा के लिए मतदान होना है जिसके लिए सभी पार्टियों की नजर 119 सीटों वाले तेलंगाना राज्य पर है. राज्य में लगातार सियासी घमासान देखने को मिल रहा है. बीजेपी, कांग्रेस पर हमलावर होती है तो कांग्रेस बीजेपी पर और तेलंगाना सरकार की खामियां निकालते हुए वहां पर अपनी सरकार बनाने के लिए दोनों पार्टियां लगातार प्रचार-प्रसार कर रही हैं. बता दें कि इसी कड़ी में बीजेपी ने तेलंगाना सरकार पर निशाना साधा है. पीएम मोदी ने तेलंगाना सीएम के बारे में कहा कि, ‘वह हमारे साथ आना चाहते थे लेकिन हमने ऑफर ठुकरा दिया…’
![](https://electiontamasha.in/wp-content/uploads/2023/11/011-5.jpeg)
‘KCR चाहते थे कि बीजेपी से दोस्ती हो जाए’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, तेलंगाना में एक जनसभा को संबोधित करने के दौरान पीएम मोदी ने कहा कि, ‘केसीआर को बीजेपी की बढ़ती ताकत का एहसास बहुत पहले ही हो गया था. केसीआर चाहते थे कि बीजेपी से किसी तरह से दोस्ती हो जाए. एक बार दिल्ली आए थे तो मुझे रिक्वेस्ट की थी लेकिन हमने उनका ऑफर ठुकरा दिया था. वहीं, जब से बीजेपी ने केसीआर को मना किया है, बीआरएस बौखला गई है. मैं कभी भी उन्हें बीजेपी के आसपास भी नहीं भटकने दूंगा, ये मोदी की गारंटी है…’
![](https://electiontamasha.in/wp-content/uploads/2023/11/PM-Modi-2.jpg)
‘बीजेपी ने किसानों के हित में कार्य किए’
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने बीआरएस सरकार पर प्रहार करते हुए कहा कि, ‘बीआरएस सरकार ने किसानों की परवाह नहीं की है, बीजेपी तेलंगाना के छोटे-छोटे किसानों के खाते में पैसा भेज रही है. अब तक तेलंगाना के हर छोटे किसान को बीजेपी सरकार 30 हजार रुपये दे चुकी है. पीएम किसान सम्मान निधि योजना से किसानों को बड़ी मदद मिली है. पीएम मोदी ने तेलंगाना की जनता को गारंटी देते हुए कहा कि, मैं आपको गारंटी देता हूं कि तेलंगाना में बीजेपी की सरकार बनते ही सभी परिवारों को महंगे पेट्रोल-डीजल के दामों से राहत मिलेगी…’ बताते चलें कि पीएम मोदी ने तेलंगाना में जनता को संबोधित करते हुए कई बड़े दावे और वादे तो कर दिए, देखने वाली बात होगी कि आखिर इन सबका राज्य की जनता पर कितना असर पड़ेगा और प्रदेश में किसकी सरकार बनेगी. बहरहाल, 30 नवंबर को मतदान के बाद 3 दिसंबर को ये साफ हो जाएगा.