पांच राज्यों में विधानसभा के चुनाव के लिए मतदान हो चुके हैं और अब सबकी नजर टिकी है तो सिर्फ और सिर्फ परिणामों पर. राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और छत्तीसगढ़ के परिणाम 3 दिसंबर, रविवार को सामने आएंगे. वहीं, मिजोरम के परिणाम 4 दिसंबर, सोमवार को जारी किए जाएंगे. इन चुनावी राज्यों के परिणामों से पहले कई बड़ी बातें शेयर की जा रही हैं. हालांकि, देखा जाए तो अधिकतर राज्यों में बीजेपी को ही फायदा हो रहा है फिर भी अंतिम निर्णय बाद में ही पता चलेगा. बता दें कि इस बार चुनावी राज्यों में राजनीतिक पार्टियों की ओर से जो रैली की गई उसका भी फायदा होता हुआ नजर आ रहा है.
चुनावी राज्यों में हुई रैलियों का फायदा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, चुनाव के बहुत समय पहले से ही पार्टियों के बड़े-बड़े नेताओं ने रैलियां करनी शुरू कर दी थी. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तो ताबड़तोड़ रैलियां का दौर देखा गया था. पार्टी का हर बड़ा नेता जनता को संबोधित करके विपक्षी पार्टियों पर निशाना साधता था. मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत बड़े नेताओं ने अपनी पार्टी की उपलब्धियों के बारे में बताया और साथ ही विपक्षियों पर तंज कसा. इसके साथ ही तेलंगाना और मिजोरम में भी रैलियों का दौर देखने को मिला था. वहीं, ऐसा बताया जा रहा है कि जहां पर ज्यादा रैलियां हुईं हैं वहां का वोट प्रतिशत कुछ अलग ही है.
क्या कहता है एग्जिट पोल?
आपको बता दें कि एग्जिट पोल के हिसाब से छत्तीसगढ़ की 90 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस को 41 से 53 सीटें मिलने का अनुमान है तो वहीं बीजेपी को 36 से 48 सीटें. राजस्थान की 199 विधानसभा सीटों में बीजेपी को 94 से 114 सीटें तो वहीं कांग्रेस को 71 से 89 सीटें. इसके अलावा मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में कांग्रेस को कुछ सीटों की बढ़त मिलती नजर आ रही है. हालांकि, मध्य प्रदेश में बीजेपी, कांग्रेस से ज्यादा पीछे नहीं है. बताते चलें कि जब पूरी गिनतियां हो जाएंगी तो साफ हो जाएगा कि किस राज्य में किसकी सरकार बनेगी. हांलाकि, मिजोरम में एक त्योहार के चलते नतीजों की तारीख बदली गई है. बहरहाल, देखना होगा कि इन पांच चुनावी राज्यों में किसकी सरकार बनती है.