मिशन ‘2024’ को लेकर सभी पार्टियों की तैयारियां चल रही है. इसी कड़ी में नेताओं की रैलियों और जनसभाओं का दौर भी जारी है. पीएम नरेंद्र मोदी ने प्रगति मैदान में 17वीं भारतीय सहकारी कांग्रेस में कहा कि केंद्र सरकार 6.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक खेती और किसानों पर खर्च कर रही है जिसका मतलब है कि हर किसान तक सरकार सालाना औसतन 50 हजार रुपए किसी न किसी रूप में पहुंचा ही रही है. यह मोदी की गारंटी है…बता दें कि ये आयोजन अंतरराष्ट्रीय सहकारिता दिवस के मौके पर आयोजित किया गया.
विश्व में एक नया बाजार तैयार हो रहा- पीएम मोदी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर को लेकर कहा कि, ‘भारत के मोटे अनाज यानि मिलेट्स की पहचान दुनिया में श्री अन्न के नाम से बन गई है. इसके लिए विश्व में एक नया बाजार तैयार हो रहा है. भारत सरकार की पहल की वजह से इस साल को ‘इंटरनेशनल मिलेट्स ईयर’ के रूप में मनाया जा रहा है. पीएम मोदी ने कहा कि कैमिकल मुक्त खेती, नेचुरल फार्मिंग सरकार की प्राथमिकता है, ज्यादा पानी-ज्यादा फसल की गारंटी नहीं है…माइक्रो इरिगेशन का कैसे गांव-गांव तक विस्तार हो इसके लिए सहकारी समितियों को अपनी भूमिका का विस्तार करना होगा…’
किसानों को 50 हजार रुपए मिल रहा- पीएम मोदी
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने किसानों के हित को लेकर आगे कहा कि, ‘आज भारत की विश्व में पहचान अपने डिजिटल लेनदेन के लिए होती है. ऐसे में सहकारी समितियों और सहकारी बैंकों को भी इसमें आगे रहना होगा. हिसाब लगाएं तो आज हर वर्ष केंद्र सरकार 6.5 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा खेती और किसानों पर खर्च कर रही है, इसका मतलब साफ है कि हर साल हर किसान तक सरकार औसतन 50 हजार रुपए किसी ना किसी रूप में पहुंचा ही रही है, यानी कि बीजेपी सरकार में किसानों को अलग-अलग तरह से हर साल 50 हजार रुपए मिलने की गारंटी है. यह मोदी की गारंटी है…’ बताते चलें कि पीएम मोदी ने किसानों के हित को लेकर तो बातचीत की लेकिन इसमें देखने वाली बात ये होगी कि आखिर क्या सच में किसान ये फायदा उठा पा रहें हैं या फिर केंद्र सरकार जो कुछ किसानों के लिए कर रही है वो किसी और की वजह से किसानों तक नहीं पहुंच पा रहा.