पाकिस्तान के FATF की ग्रे यानी संदिग्ध लिस्ट से बाहर किए जाने की खबर के बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस पर बेहद कड़ा रिएक्शन दिया है। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि हमने FATF के द्वारा पाकिस्तान के संदर्भ में लिए गए फैसलों को बारीकी से देखा है। हम समझते हैं कि पाकिस्तान एशिया-प्रशांत समूह के साथ मिलकर मनी लॉन्ड्रिंग और टेरर फाइनेंसिंग के खिलाफ अपनी व्यवस्था को मजबूत बनाएगा।
कारगर कार्यवाही बेहद जरूरी
विदेश मंत्रालय ने कहा कि FATF की कार्रवाई का ही दबाव था कि पाकिस्तान को कुख्यात आतंकियों के खिलाफ कुछ कदम उठाने पड़े थे। इसमें मुंबई हमले में शामिल रहे आतंकी भी हैं। यह वैश्विक हित में है और दुनिया को भी स्पष्ट रहे कि पाकिस्तान का अपने नियंत्रण वाले क्षेत्रों से निकलने वाले आतंकवाद खिलाफ ठोस व कारगर कार्यवाही करना जरूरी है।
गौरतलब है कि जिस तरह का पाकिस्तान का पिछला रिकॉर्ड रहा है उसके हिसाब से वह शायद ही FATF की ग्रे लिस्ट से निकलने के बाद अपने तरीके में बदलाव करे। ऐसे में भारत की यह प्रक्रिया स्वाभाविक ही है।