लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर सत्तारूढ़ बीजेपी पार्टी और विपक्षी पार्टियां अब अलर्ट मोड में नजर आ रही है. पीएम मोदी ने खुद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन एनडीए को मजबूत करने के लिए मोर्चा संभाल लिया है. पीएम मोदी एनडीए के सांसदों से मिल रहे हैं, मुलाकात कर रहे हैं. बता दें कि पीएम ने अन्य सांसदों से मुलाकात के बाद उन्हें लोकसभा चुनाव 2024 में जीत का मंत्र दिया. उन्होंने सांसदों से कहा कि अभी और भी बहुत काम है उन्हें लेकर जनता के बीच जाइए…जो रूठे हैं उन्हें मनाइए.

“लोगों के बीच जाकर बातचीत करें”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने पश्चिम उत्तर प्रदेश, ब्रज, कानपुर-बुंदेलखंड के सांसदों से मुलाकात की. उन्होंने सांसदों से कहा, ‘अपने-अपने क्षेत्र में स्थानीय मुद्दों पर बात करें. उन्होंने कहा आपको एनडीए के लिए स्वार्थ से ऊपर उठकर त्याग पर जोर देना चाहिए. चुनाव के समय जनता के बीच ज्यादा से ज्यादा समय बिताइए, त्योहार का सीजन है लोगों से बातचीत कीजिए…’
“विपक्ष का चोला बदला चरित्र नहीं”
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने अन्य सांसदों से गठबंधन धर्म का जिक्र किया. उन्होंने कहा, ‘एनडीए स्वार्थ नहीं त्याग की भावना से बना है. बिहार में जेडीयू से ज्यादा विधायक होते भी नीतीश कुमार को सीएम बनाया गया. पंजाब में अकाली दल के साथ सरकार में अच्छी संख्या में विधायक होते भी एनडीए ने उपमुख्यमंत्री का पद नहीं मांगा. वहीं, बैठक के दौरान विपक्षी गठबंधन पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा विपक्ष का चोला बदल गया है लेकिन चरित्र वही है. चोला बदलने से चरित्र नहीं बदलता इसलिए यूपीए तो यूपीए ही रहेगा. पीएम मोदी ने कहा यूपीए के पास 10 साल का बताने को कुछ भी नहीं है, यूपीए के चरित्र पर कई दाग थे इसलिए उन्हें अपना नाम बदलना पड़ा.’ बताते चलें कि पीएम मोदी से मुलाकात के लिए एनडीए के 338 सांसदों को क्षेत्र के हिसाब से 10 ग्रुपों में बांटा गया है ऐसे में हर दिन पीएम कुछ सांसदों से मुलाकात करेंगे और उनके क्षेत्र का फीडबैक भी लेंगे. फिलहाल, तो पीएम मोदी की एनडीए सांसदों के साथ हुई मुलाकात को आगामी चुनाव के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है.