प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मणिपुर हिंसा को लेकर विपक्ष की ओर से लाए गए ‘अविश्वास प्रस्ताव’ पर चर्चा का जवाब दिया. पीएम मोदी ने सबसे ज्यादा विपक्ष पर जमकर हमला बोला. इससे पहले कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, यह अविश्वास प्रस्ताव की ताकत है कि हम पीएम मोदी को सदन तक खींच लाए. बता दें कि पीएम मोदी ने अपने भाषण के दौरान विपक्ष पर करारा प्रहार किया.
करीब दो घंटे बाद मणिपुर मुद्दे पर बोले पीएम
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी दलों का लाया अविश्वास प्रस्ताव गिर गया. पीएम मोदी ने अंत में अविश्वास प्रस्ताव का जवाब दिया. उन्होंने 2 घंटे 12 मिनट का भाषण दिया जिसमें सबसे आखरी में मणिपुर के मुद्दे पर वो बोले लेकिन इसमें खास बात यह है कि जब पीएम मोदी ने मणिपुर पर बात शुरू की तो उसके पहले ही विपक्ष सदन से वाकआउट कर चुका था. पीएम मोदी ने संसद में भाषण के दौरान कहा कि, ‘यूपीए को लगता है कि देश के नाम इस्तेमाल कर विश्वनीयता बढ़ाई जा सकती है. यह इंडिया गठबंधन नहीं है, यह घमंडिया गठबंधन है. इसमें हर कोई दूल्हा बनना चाहता है, सबको प्रधानमंत्री बनना है…’
विपक्ष का अविश्वास हमारे लिए शुभ होता है – पीएम
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने भाषण के दौरान कहा कि, ‘जब हम सब जनता के पास गए तो जनता ने भी पूरी ताकत के साथ उनके लिए नो कॉन्फिडेंस घोषित कर दिया. चुनाव में एनडीए को कहीं ज्यादा जीत मिली. एक तरह से विपक्ष का अविश्वास प्रस्ताव हमारे लिए शुभ होता है. एनडीए और बीजेपी 2024 के चुनाव में पुराने सारे रिकॉर्ड तोड़कर जनता के आशीर्वाद से वापस आएगी…’ बताते चलें कि विपक्षी दलों ने मणिपुर हिंसा को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव पेश किया था जोकि पीएम के भाषण के बाद सदन में गिर गया. खैर, देखना होगा कि इन सबके बाद मणिपुर में कैसे हालात होते हैं और मणिपुर की स्थिति कब तक सामान्य होती है.