कोरोना के बढ़ते प्रकोप से लोगों की परेशानी बढ़ती जा रही है. वहीं, बात करें कोरोना के नए वेरिएंट की तो कोरोना के नए वेरिएंट से थोड़ी चिंता बढ़ गई है. केरल के बाद महाराष्ट्र और गोवा में कोरोना के नए वेरिएंट JN.1 की पुष्टि हो चुकी है और इसको लेकर सभी राज्य सरकारों को अलर्ट मोड पर रखा गया है. कर्नाटक सरकार ने पहले से ही सख्ती दिखाई है. कर्नाटक सरकार ने भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क का उपयोग अनिवार्य कर दिया है तो वहीं चंडीगढ़ में भी मास्क की वापसी हो गई है. बता दें कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों को अलर्ट रहने को कहा है. वहीं, देश में भी स्वास्थ्य सेवाओं की उचित व्यवस्था है.
स्वास्थ्य विभाग की पुख्ता तैयारियां
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इससे पहले कोरोना के खतरों को देखते हुए स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के स्वास्थ्य मंत्रियों के साथ मीटिंग की थी और राज्य सरकार को अलग रहने और राजनीति से दूर रहने की सलाह दी थी. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मंडाविया ने कहा था कि, ‘हर 3 महीना में अस्पतालों की मॉक ड्रिल करवाई जाए, ज्यादा से ज्यादा कोरोना की टेस्टिंग हो और पॉजिटिव सैंपल केंद्र की लैब भेजे जाए ताकि ये पता लगाया जा सके कि कहीं ये नए वेरिएंट के तो नहीं है…’
नए वेरिएंट से बढ़ाई टेंशन!
आपकों बता दें कि कोरोना का नया वेरिएंट JN.1 ने दुनिया भर के कई देशों में दहशत फैला रखी है. सबसे पहले सिंगापुर में इस नए वेरिएंट का पता लगा था. इसके बाद अमेरिका और चीन में भी इस नए वेरिएंट से कई लोग बीमार हुए वही केरल में केस मिलने से भारत में इस वेरिएंट की दस्तक हुई. इसके साथ ही अब महाराष्ट्र और गोवा में भी ये केस मिल चुके हैं. बताते चलें कि कोरोना के इस वेरिएंट को लेकर वैज्ञानिकों का कहना है कि इस वेरिएंट के केस जरूर मिल रहे हैं लेकिन अगर सावधानी बरती जाए तो ये ज्यादा खतरा नहीं पहुंचाएगा. बहरहाल, स्वास्थ्य विभाग ने देशवासियों को अलर्ट रहने की सलाह दी है.