दोस्तो मुफ्त फ्री जैसे शब्द सुनकर सबके चेहरे पर खुशी दिखती है ।फ्री की चीज किसे बुरी लगती है हर कोई फ्री में मिलने वाली चीज और सुविधा लेना चाहता है । अब चाहे फ्री का खाना हो या फ्री में घूमना ।घूमने की बात है तो लोग अक्सर लंबी यात्रा ट्रेन से करना पसंद करते है ।ट्रेन के सफर के दौरान यात्रियों को बहुत सी सुविधाएं दी जाती है जिनमे उन्हे इस्तेमाल करने के लिए कुछ सामान भी दिया जाता है ।ऐसे में यात्रियों के मन में उस सामान लेकर बहुत से सवाल उठते है ।क्या ये सुविधा फ्री है या फिर इस्तेमाल के लिए दिए सामान को वो अपने घर ले जा सकते है ।ऐसे मन में उठने वाले बहुत से सवालों के जबाव जानने के लिए खबर को अंत तक जरूर पढ़े।
यही नहीं AC कोच में सफर करने वाले लोगों को कुछ सुविधाएं मिलती हैं, जिनमें चादर और तकिए की फेसलिटीज भी शामिल है। अब सफर खत्म होने के बाद कुछ लोगों का यही सवाल होता है कि क्या इसे हम फ्री में ले जा सकते हैं या इसके पैसे देने पड़ते हैं। तो चलिए इस सवाल का जवाब आज आपके लिए इस लेख में लेकर आए हैं। यहां हम आपको बताएंगे कि कितने रुपए में और कैसे इन्हें आप खरीद सकते हैं।
AC ट्रेन में मिलने वाले चादर और तकिए –
AC ट्रेन में मिलने वाले चादर और तकिए को इस्तेमाल करने के बाद उसे घर ले जाने की सुविधा अभी नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उपलब्ध है। इसे डिब्रूगढ़ राजधानी, चेन्नई राजधानी और नई दिल्ली से वाराणसी के बीच चलने वाली महामना एक्सप्रेस में शुरू किया गया था। अगर आप अन्य स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों में इस सुविधा के बारे में जानना चाहते हैं, तो एक बार इससे जुड़ी जानकारी हासिल कर लें।
कोरोना महामारी के दौरान –
कोविड के दौरान, रेलवे ने इंफेक्शन फैलने के जोखिम को रोकने के लिए यात्रियों को बिस्तर का सामान उपलब्ध कराना बंद कर दिया था। यात्रियों को रेल में सफर करने के दौरान घर से ही अपना बिस्तर लाने की सलाह दी गई थी। आपको बता दें, महामारी से पहले राजधानी और हमसफर और अन्य एक्सप्रेस ट्रेनों के एसी डिब्बों में यात्रियों को बिस्तर और तौलिये उपलब्ध कराए जाते थे। लेकिन कोविड में इस सुविधा को कुछ समय के लिए बंद कर दिया था, जिसके कारण यात्रियों को अपने घरों से चादर और कंबल ले जाना पड़ा। ऐसी स्थिति में यात्रियों को भी काफी परेशानियां झेलनी पड़ी थीं।
नए नियम –
कोविड महामारी से थोड़ी राहत मिलने के बाद दिल्ली रेलवे बोर्ड ने फिर से से वही सुविधा शुरू कर दी है। ट्रेन में यात्रियों को अब चादर, कंबल और तकिए के साथ-साथ कोविड से बचाव के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। सुविधा को फिर से शुरू करने के लिए यात्रियों को ट्रेनों में फिर से बिस्तर उपलब्ध कराए जाएंगे, लेकिन इसके लिए आपको शुल्क देना पड़ेगा। जी हां, इस्तेमाल करने से पहले आपको पहले 300 रुपए फीस देनी पड़ेगी, तब जाकर आपको एक कंबल और दो चादरें दी जाएंगी।
कंबल और चादर कितने की हैं –
आपको बता दें, एक चादर की कीमत 40 रुपए, कंबल के लिए 180 180 रुपए और तकिए के लिए 70 रुपए कीमत है। यही नहीं आप सफर के बाद आप इन्हें घर भी ले जा सकते हैं। यात्रियों को साथ में सैनिटाइजर, मास्क, फेस शील्ड, हेयर कैप, साबुन और छोटे ऑक्सीजन सिलेंडर भी उपलब्ध कराए जाते हैं।