आगामी साल 2024 में केंद्र में जहां लोकसभा चुनाव होने हैं तो वहीं पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव हैं, ऐसे में विधानसभा चुनाव को गति देने के लिए केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह राजस्थान के उदयपुर पहुंचे. इस दौरान एक उनके बयान को लेकर आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है. बता दें कि उदयपुर की जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने गहलोत सरकार पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि, गहलोत सरकार तो कन्हैया लाल के हत्यारों को पकड़ना भी नहीं चाहती थी उन्हें एनआईए ने पकड़ा. वहीं, इस बयान पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पलटवार कर दिया और कहा और शाह पर झूठ बोलने का आरोप लगाया है.
अमित शाह ने क्या कहा?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आइए अब जानते हैं कि यह पूरा विवाद आखिर शुरू कैसे हुआ…दरअसल, गृह मंत्री अमित शाह ने उदयपुर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि, ‘उदयपुर में कन्हैया लाल हत्याकांड पर भी गहलोत राजनीति कर रहे हैं. गहलोत हत्यारों को तो पकड़ना भी नहीं चाहते थे, एनआईए ने पकड़ा और गहलोत झूठ बोलते हैं कि कार्यवाई नहीं हुई. मैं डंके की चोट के साथ कहता हूं कि स्पेशल कोर्ट में सुनवाई की होती तो हत्यारे फांसी पर लटक चुके होते.’ इतना ही नहीं अमित शाह ने आगे भी कई बड़ी बातों को लेकर अपने संबोधन में जिक्र किया.
सीएम गहलोत का पलटवार!
आपको बता दें कि, सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि कन्हैयालाल के हत्यारे रियाज अत्तारी और गौस मोहम्मद को राजस्थान पुलिस ने 4 घंटे के अंदर पकड़ लिया था. ये घटना 28 जून की थी जबकि एनआईए को इस मामले की जांच 2 जुलाई को सौंपी गई थी. सीएम गहलोत ने ट्वीट कर कहा कि यह उम्मीद की जाती है कि जिम्मेदार पदों पर बैठे लोग आतंकवाद जैसे गंभीर मुद्दे पर राजनीति नहीं करेंगे लेकिन उदयपुर में गृह मंत्री अमित शाह ने जो किया वो गैर जिम्मेदाराना कार्य है. दोनों हत्यारे बीजेपी के सक्रिय कार्यकर्ता थे, उन्हें जांच करवानी चाहिए कि इन दोनों के मददगार कौन बीजेपी नेता थे जो इनके लिए पुलिस थानों में फोन करते थे…’ बताते चलें कि चुनाव से पहले ही राजनेताओं की ओर से वार-पलटवार का सिलसिला शुरु हो गया है, देखना होगा कि इन सबका आगामी चुनाव पर कैसा असर पड़ता है.