पीएम मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट का उद्घाटन किया. इस दौरान उन्होंने समिट में शामिल होने आए तमाम देशों का धन्यवाद किया. उन्होंने इस मौके पर कहा कि, हमने लक्ष्य रखा है कि जब भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष मनाएगा तब तक देश विकासशील नहीं बल्कि एक विकसित देश होगा. उन्होंने कहा कि आज इसलिए 25 साल का कार्यकाल भारत का अमृतकाल है क्योंकि ये नए सपना नए संकल्प और नित्य है, इसलिए इसका अमृत काल में ये पहली बार वाइब्रेंट गुजरात समिट नूतन सीढ़ियां का काल है. बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि, ‘मैं आप सभी का स्वागत करता हूं कि कुछ समय पहले भारत विश्व की पांचवें नंबर की अर्थव्यवस्था थी लेकिन आने वाले दिनों के लिए ये मोदी की गारंटी है कि भारत विश्व की तीसरे नंबर की अर्थव्यवस्था बन जाएगा…’
पीएम का संदेश
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि, ‘यूएई के राष्ट्रपति वाइब्रेंट आयोजन में शामिल होना हमारे लिए बेहद खुशी की बात है, वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट में उनका यहां के गेस्ट के तौर पर भारत में होना भारत और यूएई के दिनों दिन मजबूत होते संबंधों का प्रतीक है लेकिन उनका विश्वास और उनका सहयोग बहुत ही गर्म जोशी से भरा हुआ है…’
‘गेटवे टू द फ्यूचर’ थीम
आपको बता दें कि पीएम मोदी ने कहा कि इस बार की थीम ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ 21वीं सदी की दुनिया का फ्यूचर हमारे साथ प्रयासों से ही बनेगा. भारत ने इसके लिए रोड मैप भी दिया है. भारत जैसे मल्टीनेशनल के साथ साझेदारी को और मजबूत कर रहा है. वन वर्ल्ड, वन फैमिली का सिद्धांत विश्व कल्याण के लिए अनिवार्य है. भारत आज विश्व मित्र की भूमिका में आगे बढ़ रहा है. भारत में अपने लक्ष्य प्राप्त कर सकते हैं, विश्व को भरोसा दिया कि हम ताजा लक्ष्य तय कर सकते हैं…’ बताते चलें कि पीएम मोदी ने वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट को संबोधित किया और इस दौरान उन्होंने भारत के विकास के लिए कई बड़ी बातें कहीं. बहरहाल, देखने वाली बात होगी कि आखिर इस समिट से भारत-यूएई के रिश्तों पर क्या खास असर पड़ता है.