कांग्रेस नेता राहुल गांधी अपने दो दिवसीय मणिपुर दौरे पर रहे. इस दौरान उन्होंने मणिपुर में शांति की अपील करते हुए कहा कि, हिंसा कोई समाधान नहीं है. उन्होंने राज्य के अपने दौरे के आखिरी दिन राज्यपाल अनुसुइया उइके, नागरिक समाज संस्थाओं के सदस्यों और राहत शिविरों में रह रहे हिंसा प्रभावित लोगों से मुलाकात की. बता दें कि राहुल गांधी ने सरकार से राहत शिविरों में मूलभूत सुविधाओं में सुधार करने के लिए अनुरोध किया. उन्होंने मणिपुर की घटनाओं को एक त्रासदी बताया जोकि दर्दनाक है.
राहुल गांधी ने की शांति की अपील
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अपने दौरे के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि, ‘शांति ही आगे बढ़ने का रास्ता है और हर किसी को अब शांति के बारे में बात करनी चाहिए और उसकी ओर बढ़ना शुरू करना चाहिए. इस राज्य में शांति का माहौल कायम करने के लिए मैं हर संभव मदद करूंगा. मैं मणिपुर के लोगों का दर्द साझा करता हूं, यह एक भयानक त्रासदी है. यह मणिपुर और देश के लोगों के लिए बेहद दुखद और दर्दनायक है.’
हिंसा से कुछ नहीं होगा- राहुल गांधी
आपको बता दें कि राहुल गांधी ने इंफॉल, चुराचांदपुर और मोइरांग में विभिन्न शिविरों के अपने दौरों और सभी समुदाय के लोगों के साथ अपनी बैठक के बारे में बताया. इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘एक बात जो मैं सरकार से कहना चाहूंगा, वो ये है कि शिविरों में बुनियादी सुविधाओं में सुधार की जरूरत है, भोजन में सुधार की जरूरत है…’ वहीं, राहुल गांधी ने ट्वीट कर लिखा कि, ‘हिंसा से कुछ नहीं होने वाला, प्रदेश वासियों से अपील है कि हमें शांति की ओर चलने की जरूरत है…’ बताते चलें कि पिछले कई महीनों से मणिपुर में हिंसा फैली हुई है जोकि थमने का नाम नहीं ले रही, इसको लेकर टिका-टिप्पणियों का दौरा भी शुरु हो गया है. देखना होगा कि आखिर कब तक मणिपुर में हालात सामान्य हो पाते हैं.