पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव के मतदान के लिए अब उल्टी गिनतियां शुरू हो गई हैं. जैसे-जैसे चुनाव का समय नजदीक आ रहा है वैसे-वैसे सियासत गरमाती जा रही है. इसी कड़ी में बड़े-बड़े नेताओं का चुनावी राज्यों में दौरा भी चल रहा है और अपने दौरे के दौरान नेता विपक्षी पार्टियों को जमकर साध रहे हैं. बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह मध्य प्रदेश के दौरे पर रहे जहां उन्होंने तीन दिनों में सभी संभागों के कार्यकर्ताओं तक पहुंचने की अपनी कवायद में उज्जैन में बैठक की. इस दौरान उन्होंने कहा कि, ‘चुनाव भी शादी के जैसा होता है शादी में जैसे फूफा रूठ जाते हैं वैसे ही चुनाव में भी कुछ फूफा रूठे हुए हैं…’
“रुठों से दस दिन बाद बात करेंगे”
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, गृहमंत्री अमित शाह ने नेताओं को असंतुष्टों को मनाने का एक फार्मूला बताया. उन्होंने कहा कि, ‘शादी में जैसे कुछ फूफा रूठ जाते हैं वैसे ही चुनाव में भी रूठ गए हैं, उन पर ज्यादा ध्यान देने की जरूरत नहीं है. आप तो सिर्फ चुनाव कैसे जीते इस पर ध्यान लगाओ. टिकट वितरण के बाद कुछ सीटों पर कई लोग रूठे हुए हैं इन पर अभी ध्यान देने की जरूरत नहीं है, इनसे 10 दिन के बाद बात करेंगे…’ केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मध्य प्रदेश दौरे के दौरान बीजेपी कार्यकर्ताओं समेत कई बड़े नेताओं के साथ बातचीत की और आगामी चुनाव को जीतने की रणनीति समझाई.
मध्य प्रदेश में कब होंगे चुनाव?
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश में 17 नवंबर को चुनाव होने हैं जिसके लिए सभी तैयारियां लगभग पूरी हो गई हैं. चुनाव से पहले बीजेपी कांग्रेस की रैलियों का ताबड़तोड़ दौरा चल रहा है. पार्टियों के बड़े-बड़े नेता मंच से जनता को संबोधित करते हुए अपनी पार्टी के कार्यों का बखान करते हैं और विपक्षी पार्टी पर निशाना सकते हैं. इसके साथ ही जनता को लुभाने के लिए बड़े-बड़े वादे भी करते हैं. बताते चलें कि चुनाव के समय तो नेताओं का ये दौरा है देखना होगा कि आखिर आगामी चुनाव के परिणाम किस पार्टी के पक्ष में आते हैं.