किसान अपनी कई मांगों को लेकर बॉर्डरों पर प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली कूच की ओर बढ़ रहे किसानों को भारी पुलिस बल की तैनाती के द्वारा रोका जा रहा है. बॉर्डरों पर हालात लगातार तनावपूर्ण भी बने हुए हैं, इसी कड़ी में किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का एक बयान सामने आया है जिससे बवाल मच गया है. बता दें कि डल्लेवाल ने पीएम मोदी के खिलाफ बयान दिया है जोकि सोशल मीडिया पर खूब चर्चा में है. डल्लेवाल का कहना है कि, ‘राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पीएम मोदी की लोकप्रियता का ग्राफ नीचे लाने के लिए किसानों का विरोध प्रदर्शन शुरू किया गया है…’

डल्लेवाल का विवादित बयान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान नेता डल्लेवाल ने कहा कि, ‘राम मंदिर के बाद पीएम मोदी का ग्राफ बहुत ऊपर चला गया है. बहुत कम समय है, हमें उनके ग्राफ को नीचे लाने की जरूरत है…’ दरअसल, किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल का ये बयान कुछ दिन पुराना है. ये बयान उस समय का है जब किसान अपना विरोध प्रदर्शन शुरू करने वाले थे. वहीं, इस विवादित बयान पर हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल की भी प्रतिक्रिया सामने आई थी. सीएम मनोहर लाल ने कहा था कि, ये एक राजनीतिक बयान है, अगर इतना बड़ा विरोध प्रदर्शन किया जाएगा तो क्या लोग पीएम मोदी का समर्थन करना बंद कर देंगे. जनता में एक संदेश फैल रहा है कि विरोध प्रदर्शन करने का ये तरीका सही नहीं है…’

दिल्ली कूच पर अड़े किसान
आपको बता दें कि अपनी कई मांगों को लेकर किसान प्रदर्शन पर उतरे हैं. किसानों का कहना है कि उन्हें एमएसपी की गारंटी दी जाए, उनका कर्ज माफ किया जाए और भी कई ऐसी मांगे हैं जिसके लिए किसान प्रदर्शन कर रहे हैं. हालांकि, इस पर सरकार का कहना है कि किसने के प्रदर्शन के तरीके से आपत्ति है. वहीं, किसान एक बार फिर से अपना पूरा समय इस प्रदर्शन में ही लगा रहे हैं. बताते चलें कि पिछली बार किसानों ने काफी लंबा प्रदर्शन किया था. देखने वाली बात होगी कि आखिर इस बार किसानों के मामले पर क्या हल निकलता है.