उत्तरकाशी के सिल्कयारा सुरंग में फंसे सभी 41 मजदूर कभी भी बाहर निकाल सकते हैं. इसके लिए प्रशासन की टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं और अब तो रेस्क्यू ऑपरेशन को और भी तेज कर दिया गया है. टनल के अंदर एनडीआरएफ के साथ-साथ एसडीआरएफ की टीमें भी पहुंच गई हैं. इसके साथ ही एंबुलेंस भी टनल के अंदर पहुंचाई गई है. सुरंग के आसपास मेडिकल की सारी व्यवस्था उपलब्ध है. वहीं, मजदूरों की सुरक्षा में कोई दिक्कत ना हो इसके लिए सभी तरह का ध्यान रखा जा रहा है. उनके खाने-पीने की भी व्यवस्था की जा रही है. बता दें कि रेस्क्यू ऑपरेशन की जानकारी लेने के लिए सुरंग के पास प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी पहुंचे थे. वहीं, प्रशासन के अन्य लोग भी वहां मौजूद हैं. इसके साथ ही देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीएम धामी से फोन के जरिए लगातार पल-पल की अपडेट ले रहे हैं.
काम लगभग पूरा, रेस्क्यू ऑपरेशन और तेज
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुरंग के अंदर मजदूरों तक पहुंचने के लिए लगभग सारा काम पूरा हो गया है. वर्टिकल और होरिजेंटल ड्रिलिंग भी कर ली गई है. हालांकि, समय-समय पर इन ड्रिलिंग का काम और तेज कर दिया जाता है और कभी-कभी रोक भी दिया जाता है. वहीं, सुरंग के आसपास मेडिकल की सारी व्यवस्थाएं उपलब्ध हैं. इसके साथ ही टनल के अंदर एंबुलेंस भी ले जाई गई है गई है ताकि जैसे ही मजदूर बाहर निकलें उन्हें मेडिकल सुविधा प्रदान कर दी जाए. इसके साथ ही मजदूरों के खाने पीने का भी ध्यान रखा जा रहा है. टनल के अंदर उनके लिए खाने-पीने की उचित व्यवस्था की गई है. हालांकि, अब पूरे देश की नजर टिकी है तो इसी बात पर कि ये सारे मजदूर कितनी जल्दी बाहर आ पाते हैं.
17 दिनों से अटकी हैं मजदूरों की सांसें
आपको बता दें कि दिवाली के दिन ये हादसा हुआ था और तब से ही ये मजदूर अंदर फंसे हुए हैं. सुरंग के अंदर 41 मजदूरों के फंसे होने की जानकारी है. हालांकि, प्रशासन की ओर से रेस्क्यू ऑपरेशन जारी कर दिया गया था जिसका आज 17वां दिन है लेकिन आज के दिन ऐसी उम्मीद जताई जा रही है कि मजदूर बाहर निकल सकते हैं. बहरहाल, पूरा देश भी यही उम्मीद कर रहा है कि जल्द से जल्द सभी मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाए.