राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के कई इलाकों में जलभराव के चलते बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान को पार करते हुए आगे पहुंच गया. गुरुवार को अब तक यमुना नदी का जलस्तर उच्चतम स्तर पर पहुंच गया था लेकिन अब धीरे-धीरे कम हो रहा है. बता दें कि दिल्ली सरकार ने स्कूलों, कॉलेजों, श्मशान घाट और यहां तक कि वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट को भी बंद करने का आदेश दे दिया क्योंकि यमुना नदी के बढ़ते जलस्तर के चलते दिल्ली में जलभराव हो गया है. वहीं, लेटेस्ट यमुना नदी के जलस्तर की बात करें तो शुक्रवार को सुबह जलस्तर 206 मीटर था जो कि गुरुवार रात 206 से थोड़ा कम है. उम्मीद जताई जा रही है कि अब धीरे-धीरे दिल्ली में यमुना नदी का जलस्तर कम होगा लेकिन दिल्ली अथॉरिटी ने कहा है कि यहां के कुछ इलाकों में पीने के पानी की दिक्कत और बिजली कटौती हो सकती है.

पीएम मोदी ने जाने हालात
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने फ्रांस से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को फोन किया और दिल्ली के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी ली. इस फोन पर हुई बातचीत में अमित शाह ने पीएम मोदी को बाढ़ की स्थिति के बारे में जानकारी दी और बताया कि अगले 24 घंटे में यमुना के जलस्तर कम होने की उम्मीद है. हालांकि, इसके चलते दिल्ली के कई इलाकों में अलर्ट है. पुरानी दिल्ली, लालकिला, आईटी आदि जगहों पर अलर्ट है.

पंजाब और हरियाणा में भी असर
आपको बता दें कि दिल्ली डिजास्टर मैनेजमेंट अथॉरिटी ने निर्देश दिए हैं कि गैरजरूरी सरकारी ऑफिस स्कूल और कॉलेज रविवार तक बंद रहेंगे. इसके साथ ही सरकार ने 4 सीमाओं से शहर में आवश्यक सामान ले जाने वाले वाहनों को छोड़कर भारी माल वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया है. पिछले दिनों हुई भारी बारिश का असर दिल्ली के साथ-साथ पंजाब और हरियाणा में भी देखने को मिला है. बताते चलें कि बढ़ते जलस्तर को लेकर प्रशासन की कई टीमें अलर्ट हैं, लोगों को मुश्किलों से बचाने के लिए टीमें कार्यरत हैं.