हिमाचल प्रदेश में राज्यसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस के 6 विधायकों के क्रॉस वोटिंग करने की वजह से राज्य में सियासी तूफान आ गया है. बीजेपी कह रही है कि कांग्रेस अपना बहुमत खो चुकी है तो वहीं कांग्रेस की भी अलग ही राग है. इसी कड़ी में एक बड़ी खबर ये भी सामने आई कि हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने आलाकमान को इस्तीफे की पेशकश की है. हालांकि, अब इन बातों को खारिज कर दिया गया है. बता दें कि सीएम सुक्खू ने कहा कि, ‘मैंने इस्तीफा की कोई पेशकश नहीं की है, इस्तीफे की बात निराधार है…’
राज्यपाल को नहीं सौंपा गया इस्तीफा
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सीएम सुक्खू ने ऑब्जर्वर को इस्तीफे की पेशकश की है. ऐसे में कहा जा रहा है कि कभी भी सीएम पद को लेकर बड़ा फैसला आ सकता है. हालांकि, अभी राज्यपाल को इस्तीफा नहीं सौंपा गया है और इससे पहले ही सीएम सुक्खू ने इस्तीफे की बात को खारिज भी कर दिया है लेकिन राजनीतिक गलियारों में सीएम के इस्तीफे की चर्चा जोर पकड़ रही है.
पूर्व सीएम जयराम ठाकुर क्या बोलें?
आपको बता दें कि हिमाचल प्रदेश की सियासी हलचल के बीच राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बुधवार सुबह राज्यपाल से मुलाकात की. इसके बाद उन्होंने हिमाचल की कांग्रेस सरकार पर जमकर प्रहार किया. पूर्व सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि, ‘सरकार अल्पमत में है, तानाशाही हो रही है. सरकार डिविजन ऑफ वोट पर बजट पारित नहीं करा सकती…हिमाचल के इतिहास में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ है…’ बताते चलें कि हिमाचल प्रदेश की सियासत में अचानक भूचाल आ गया है, देखने वाली बात होगी कि आखिर राज्य में कौन सी पार्टी का दबदबा बनता है.