उत्तर प्रदेश के चार दिवसीय शीतकालीन सत्र के आखिरी दिन बीजेपी और सपा में जमकर वार-पलटवार का दौर देखने को मिला, जहां सपा नेता अखिलेश यादव ने चुन-चुन कर सवाल निकाले तो वहीं राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनका बारीकी से जवाब दिया. अनुपूरक बजट को लेकर अखिलेश यादव ने कहा कि, ‘जब सरकार खर्च नहीं कर पा रही है तो ये अनुपूरक बजट क्यों?’ बता दें कि सिर्फ अनुपूरक बजट ही नहीं किसानों का मुद्दा समेत प्रदेश के और कई बड़े मुद्दों को अखिलेश यादव ने उठाया जिसका उन्हें बखूबी जवाब भी मिला.
सीएम योगी ने दिया सवालों का जवाब
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अखिलेश यादव के सवालों का सीएम योगी ने चुन-चुन कर जवाब दिया और सपा सरकार के दिनों की याद दिला डाली. सीएम योगी ने सदन में अखिलेश यादव के सामने कहा कि, ‘2017 के पहले सरकारों को विरासत की चिंता नहीं थी, चिंता थी तो बस कब्रिस्तान की. हमारी सरकार ने पर्यटन और संस्कृति के क्षेत्र में अच्छा काम किया है. अखिलेश सरकार को चिंता ही नहीं थी कैसे किसी पर्यटन क्षेत्र को अच्छे से विकसित किया जाए…वहीं, अखिलेश के जाति का जनगणना वाले सवाल पर जवाब देते हुए सीएम योगी ने कहा कि, जब आपके पास कोई मुद्दा नहीं होता है तो जाति ले आते हैं. गरीब का हक भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा था जब इंसेफेलाइटिस बढ़ता था तब पीडीए याद नहीं आया था?…’
स्वास्थ्य के मुद्दे पर अखिलेश को दो टूक!
आपको बता दें कि सफलता अखिलेश यादव का कहना है कि स्वास्थ्य व्यवस्था यूपी की सबसे खराब है तो इसको लेकर सीएम योगी ने कहा कि, ‘सपा सरकार मैं कैसे खेल होते थे इसकी मिसाले हैं. सत्ता की डकैती कैसे होती थी इसका उदाहरण है कि 265 करोड़ के डीपीआर के बाद 821 करोड़ खर्च होने के बाद भी जेपीएनआईसी पूरा नहीं हो पाया. प्रदेश के अन्य मुद्दों के बारे में बताते हुए सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश आज सरप्लस प्रदेश माना जाता है. आज प्रदेश अत्यधिक क्षेत्रों में नंबर एक पर है, नेता प्रतिपक्ष द्वारा रखे गए आंकड़े सही नहीं थे…’ बताते चलें कि सीएम योगी ने अखिलेश यादव के हर एक सवाल का जवाब देते हुए जनता को सच्चाई बताई है. बहरहाल, देखना होगा कि आखिर इसका लोकसभा चुनाव पर कैसा असर पड़ता है.