उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ प्रदेश में कोई अप्रिय घटना न हो, भ्रष्टाचार न हो, किसी के साथ दुर्व्यवहार न हो, बच्चों को शिक्षा का अधिकार मिले इसको लेकर काफी सख्त रहते हैं. सीएम योगी ने दिव्यांग बच्चों के भविष्य को लेकर भी सख्ती दिखाई. सीएम योगी ने कहा कि प्राचीन काल में भिक्षाटन भारतीय परंपरा का हिस्सा थी. इसके माध्यम से एक संन्यस्त व्यक्ति अपने अहंकार को त्याग कर समाज के दर्शन को समझ पाता था. उन्होंने कहा कि आज भिक्षावृत्ति बच्चों के भविष्य के लिए खतरनाक है, बच्चों को दिव्यांग बनाकर उनसे जबरन भिक्षावृत्ति करवाने वाले गिरोह के खिलाफ हमारी सरकार लगातार कार्रवाई कर रही है. बता दें कि सीएम योगी काफी सख्त दिखे. उन्होंने कहा कि भिक्षावृत्ति विमुक्त हुए बच्चों को सरकार प्लेटफार्म दे रही है और इसीलिए स्माइल परियोजना शुरू हुई है.
बच्चों के लिए किए कई प्रयास- सीएम योगी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, योगी आदित्यनाथ ने भिक्षावृत्ति से भी मुक्त हुए बच्चों को मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना सामान्य और इस्माइल परियोजना के लाभार्थी बच्चों को अपने सरकारी आवास पर प्रमाण पत्र एवं शैक्षिक किट वितरित की इस दौरान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि भिक्षावृत्ति से मुक्त हुए 102 बच्चों को यहां देखकर प्रसन्नता हो रही है हमारी सरकार इन बच्चों को स्वयं सेवी संस्थाओं से जोड़कर उनके भविष्य को संवार रही है गरीब से गरीब बच्चा पढ़ सकें और अपने जीवन में कुछ अच्छा कर सके इसके लिए बेसिक शिक्षा परिषद 2017 से सभी बच्चों को ड्रेस पुस्तके उपलब्ध कराए जा रहे हैं.
सीएम ने बताए जीवन में सफल होने के मंत्र
आपको बता दें कि सीएम योगी ने आदिकाल के जीवन में यदि सफल होना है तो हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना चाहिए कोई भी कार्यक्रम तभी सफल हो पाता है जब हम उसे पारदर्शिता के साथ आगे बढ़ाते हैं सूचना हो किसी के साथ भेदभाव ना हो और अनावश्यक से फायदा हो सकता है उन्होंने कहा कि एक अच्छा इंसान ही अच्छा डॉक्टर इंजीनियर और अच्छा अधिकारी बन सकता है. बताते चलें कि सीएम योगी ने प्रदेश में काफी सख्ती बरती है जिसके चलते आज प्रदेश से भ्रष्टाचार कम होते लोगों ने देखा है.