सदन में मणिपुर के मुद्दे के साथ-साथ दिल्ली सेवा बिल पर हंगामा हो रहा है. दिल्ली सेवा विधेयक पर लोकसभा में चर्चा करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपनी बात रखी और इस पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का जवाब सामने आया. सीएम केजरीवाल ने कहा कि, ‘आज लोकसभा में अमित शाह जी को दिल्ली वालों के अधिकार छीनने वाले बिल पर बोलते हुए सुना. बिल का समर्थन करने की उनके पास एक भी वाजिब तर्क नहीं है, बस इधर-उधर की फालतू बातें कर रहे हैं. बता दें कि सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह बिल दिल्ली के लोगों को गुलाम बनाने वाला बिल है, उन्हें बेबस और लाचार बनाने वाला बिल है. ‘इंडिया’ ऐसा कभी नहीं होने देगा…’
अमित शाह ने ‘आप’ पर साधा निशाना
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आपको सबसे पहले बताते हैं कि आखिर गृह मंत्री अमित शाह ने क्या कहा था. बता दें कि अमित शाह ने लोकसभा में कहा था कि, ‘यह मुद्दा 1993 से है लेकिन कभी केंद्र और राज्य सरकार के बीच में परेशानी नहीं आई. सेंटर में कभी बीजेपी की सरकार रही तो राज्य में कांग्रेस की सरकार, कभी सेंटर में कांग्रेस रही तो दिल्ली में बीजेपी की सरकार लेकिन झगड़ा कभी नहीं हुआ. उन्होंने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा, साल 2015 में दिल्ली में एक ऐसी पार्टी सत्ता में आई जिसका मकसद सिर्फ लड़ना था…मेरा सभी पक्षों से निवेदन है कि चुनाव जीतने के लिए किसी पक्ष का समर्थन या विरोध करना ऐसी राजनीति नहीं करनी चाहिए, नया गठबंधन बनाने के अनेक प्रकार होते हैं…’
नरेंद्र मोदी ही बनेंगे पीएम- शाह
आपको बता दें कि गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि, यह मेरी अपील है कि विपक्ष के सदस्यों को दिल्ली के बारे में सोचना चाहिए, गठबंधन की मत सोचिए. गठबंधन से फायदा नहीं होने वाला, गठबंधन होने के बावजूद भी पूर्ण बहुमत से नरेंद्र मोदी ही प्रधानमंत्री बनेंगे. वहीं, इशारों ही इशारों में ‘आप’ पर कटाक्ष कर कांग्रेस को समझाते हुए उन्होंने कहा, कांग्रेस को ही बता देना चाहता हूं कि यह बिल पास होने के बाद आम आदमी पार्टी आप के साथ किसी गठबंधन में आने वाली नहीं है. बताते चलें कि दिल्ली सेवा बिल का आम आदमी पार्टी लगातार विरोध कर रही थी और लोकसभा में अब ये बिल पास हो गया है जिससे सियासी घमासान देखने को मिल रहा है.