राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव के नतीजे 3 दिसंबर, रविवार को आने हैं. सुबह से ही इसके लिए होड़ लगी हुई है. जानकारी के लिए बता दें कि मध्य प्रदेश में बीजेपी बहुमत हासिल करती हुई नजर आ रही है तो वहीं राजस्थान में भी 5 साल बाद सत्ता में वापसी करते हुए बीजेपी ही दिख रही है. इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में भी बीजेपी का जबरदस्त प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. बता दें कि फिलहाल तो यह अनुमान ही लगाया जा रहा है हो सकता है कि अंत में खेल पलट जाए और बाजी कोई और मार ले जाए. हालांकि, मिजोरम में विधानसभा चुनाव के नतीजे 4 दिसंबर को आएंगे. वहीं, बात करें तेलंगाना की तो तेलंगाना में अभी असमंजस्य की स्थिति बनी हुई है.
राजस्थान, एमपी और छत्तीसगढ़ का क्या हाल?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेटेस्ट रुझानों की बात करें तो मध्य प्रदेश, राजस्थान, छत्तीसगढ़ में बीजेपी की बढ़त दिख रही है. हालांकि, तेलंगाना में अभी कुछ कहा नहीं जा सकता है. वहीं, राजस्थान में, मध्य प्रदेश में कांग्रेस दूसरे नंबर पर है. हालांकि, राजस्थान में कांग्रेस की सरकार है लेकिन अब ऐसा लग रहा है कि राजस्थान में सत्ता परिवर्तन होने वाला है और 5 साल बाद बीजेपी सरकार बनाने वाली है. अब ऐसे में ये समीकरण भी बैठाया जा सकता है कि जब 2018 में विधानसभा के चुनाव हुए थे तो बीजेपी ने पहले ही सीएम पद के चेहरे के लिए उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी थी और नतीजा ये हुआ था कि तीनों ही राज्य में बीजेपी हार गई थी लेकिन बीजेपी ने इस बार ऐसा नहीं किया है फिलहाल चुनावी राज्यों में सीएम पद के चेहरे का ऐलान नहीं किया गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के चेहरे पर ही चुनाव लड़ा है जिसका पिछले चुनाव के मुकाबले से असर ज्यादा दिख रहा है.
चुनावी राज्यों में सियासत हाई!
आपको बता दें कि, इन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव के मतदान से पहले सियासत चरम पर देखने को मिली, जहां बीजेपी कांग्रेस पर निशाना साधते नहीं थकती थी तो वहीं कांग्रेस पुरानी बातें निकाल कर बीजेपी पर तंज कसती थी. राजनीतिक पार्टियों ने एक-दूसरे पर निशाना साधना नहीं छोड़ा. हालांकि, इस दौरान जनता को लुभाने के लिए भी बहुत काम किए गए. बड़े-बड़े वादे किए गए और एक दूसरे से तुलना की गई. बताते चलें कि फिलहाल ये सियासत एक तरफ है, देखने वाली बात होगी कि आखिर कहां पर किसकी सरकार बनती है.