हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए अब ज्यादा समय नहीं रह गया है. सभी राजनीतिक दल सत्ता पर काबिज होने के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रहे हैं और तरह-तरह के दावे ठोक रहे हैं. इसी कड़ी में बीजेपी और कांग्रेस का टिकटों पर मंथन लगातार जारी है. बात करें भारतीय जनता पार्टी की तो गुरुवार को बीजेपी केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक हुई जिसमें टिकटों को लेकर चर्चा की गई. बता दें कि जानकारी ऐसी मिली है कि सैनी सरकार के दो से तीन मंत्रियों को टिकट काटा जा सकता है, साथ ही मनोहर सरकार में रहे दो पूर्व मंत्रियों को भी मौका नहीं दिया जाएगा.
कई विधायकों का भी कट सकता है टिकट!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस बार सैनी सरकार के दो से तीन मंत्रियों का टिकट कट सकता है. साथ ही मनोहर सरकार में रहे दो पूर्व मंत्रियों को भी मौका नहीं दिया जाएगा. इसके साथ ही जानकारी ये भी है कि 14 से 15 विधायकों की जगह नए लोगों को मौका दिया जाएगा. वहीं, राज्य में हैट्रिक लगाने के लिए बीजेपी ने सभी 90 सीटों पर चर्चा कर ली है. इससे पहले हरियाणा के चुनाव प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान के आवास पर भी बैठक हुई थी जहां पर पैनल पर चर्चा की गई जिसके बाद बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर बैठक हुई जिसमें हरियाणा कोर कमेटी के सभी सदस्य और गृह मंत्री अमित शाह शामिल हुए. करीब 6 घंटे की मैराथन बैठक में पैनल को अंतिम रूप दिया गया.
छोटे दलों को भी मिल सकता है मौका
आपको बता दें कि बीजेपी हरियाणा में हैट्रिक लगाने का दावा कर रही है, इसके लिए ठोस उम्मीदवारों के नाम फाइनल किया जा रहे हैं जिससे कहीं भी कोई कमी ना रहे. चर्चा है कि बीजेपी हरियाणा में गोपाल कांडा की पार्टी हरियाणा लोकहित पार्टी, पूर्व मंत्री विनोद शर्मा की पार्टी हरियाणा जन चेतना पार्टी को एक या दो सीट दे सकती है. कोर कमेटी की बैठक में इस बारे में भी चर्चा की गई. वहीं, पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जाट मतदाताओं और किसान वर्ग में प्रभाव रखने वाले राष्ट्रीय लोकदल को भी प्रदेश में एक या दो सीट दी जा सकती हैं. बताते चलें कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर लगातार सरगर्मियां तेज हैं, देखने वाली बात होगी कि आखिर प्रदेश में किसकी सरकार बनती है.