मणिपुर पिछले 50 दिनों से ज्यादा से जल रहा है. यहां आग की लपटें बहुत भयानक रुप ले चुकी हैं. मणिपुरवासी कई दिनों से परेशान है. वो कभी हाथों में मणिपुर को बचाने के पोस्टर थामे नजर आते हैं तो कभी मदद की गुहार लगाते दिखते हैं लेकिन उनकी परेशानी खत्म होने का नाम नहीं ले रही है. बता दें कि मणिपुर में जारी हिंसा को लेकर दिल्ली में ऑल पार्टी मीटिंग चल रही है. संसद भवन में हो रही मीटिंग में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय और संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी ने हिस्सा लिया. वहीं, इसमें टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन, आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा और सीपीआईएम के सांसद जॉन ब्रिटास समेत कई विपक्षी नेतागण भी मीटिंग में शामिल होने पहुंचे.
मणिपुर हिंसा को लेकर चिंता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मणिपुर हिंसा को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा बुलाई गई सर्वदलीय बैठक दोपहर को शुरू हुई. इस बैठक में मणिपुर हिंसा को लेकर चिंता जाहिर की गई और साथ ही नेताओं की ओर से इस पर काबू पाने के लिए भी बातचीत की गई क्योंकि मणिपुर हिंसा अब उग्र रूप ले चुकी है. जानकारी के मुताबिक, बैठक में तृणमूल कांग्रेस पार्टी की ओर से यह मांग रखी गई है कि अगले 1 सप्ताह के अंदर एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल मणिपुर भेजा जाए. वहीं, टीएमसी ने केंद्र सरकार को भी घेरा. टीएमसी की तरफ से दावा किया गया है कि केंद्र सरकार का अब तक का संदेश अनदेखी का ही रहा है, इसे देखभाल, उपचार, सद्भाव और शांति बहाल करने के लिए बदलने की बेहद जरूरत है.
दिल्ली में हिंसा को लेकर बैठक
आपको बता दें कि, बताते चलें कि मणिपुर में मेइती और कुकी समुदायों के बीच बीती 3 मई को भड़की हिंसा में अब तक 110 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और 3 हजार से ज्यादा लोग घायल बताए जा रहे हैं. बहरहाल, मणिपुर हिंसा को लेकर सर्वदलीय बैठक तो बुलाई गई लेकिन देखना होगा कि कब तक मणिपुर में स्थिति सामान्य हो पाती है.