पंजाब, हरियाणा और दिल्ली के बॉर्डर पर किसान अपनी कई मांगों को लेकर प्रदर्शन पर उतरे हैं. प्रदर्शन के दौरान खनौरी बॉर्डर पर एक किसान का निधन हो गया. इसके साथ ही कुल मिलाकर अब तक तीन जवान और तीन किसान का निधन हो चुका है. प्रदर्शन से अलग हटकर बात करें तो ये बेहद ही दर्दनाक है. इसी कड़ी में पंजाब की आम आदमी पार्टी की सरकार ने किसान शुभकरण सिंह के परिवार को एक करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता का ऐलान किया है. साथ ही छोटी बहन को सरकारी नौकरी देने का भी ऐलान किया है. बता दें कि पंजाब के सीएम भगवंत मान ने सोशल मीडिया साइट ‘एक्स’ पर पोस्ट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने इस दौरान ये भी कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी.
ब्लैक फ्राइडे
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, किसान शुभकरण पहले व्यक्ति हैं जिनकी किसान आंदोलन में मौत हुई है. हालांकि, इससे पहले भी जब किसान आंदोलन हुआ था तब भी शुभकरण ने इस आंदोलन में हिस्सा लिया था, उस समय उनकी उम्र 17 से 18 साल के बीच में थी. डॉक्टर का कहना है कि, शुभकरण की मौत गोली लगने से हुई है. हालांकि, कौन-सी गोली लगी है इस बात की जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मिल पाएगी. वहीं, बात करें किसान और सरकार के बीच वार्ता की तो पिछले चार दौर की वार्ता में भी कोई नतीजा नहीं निकल सका है. सरकार ने किसानों को 4 फसलों पर 5 साल की एमएसपी की गारंटी देने का प्रस्ताव दिया था जिसे किसानों ने खारिज कर दिया है. फिलहाल, किसान आगे की रणनीति तय कर रहे हैं.
पांचवें दौर की बैठक
आपको बता दें कि चार दौर की बैठक बेनतीजा साबित हुई है जिसके बाद अब केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा ने पांचवें दौर की बैठक का आमंत्रण किसानों को दिया है. फिलहाल, तारीख तय नहीं हो पाई है कि किस दिन पांचवें दौर की बैठक होगी लेकिन किसानों को इस बैठक का आमंत्रण मिल चुका है. फिलहाल, किसान 23 फरवरी को ब्लैक फ्राईडे के रूप में मना रहे हैं. वहीं, किसान शुभकरण की मौत से आगे की रणनीति काफी उग्र हो सकती है. हालांकि, बॉर्डर पर भारी पुलिस बल की भी तनाती की गई है. लगातार दिल्ली कूच की ओर बढ़ रहे किसानों को रोका जा रहा है. जरूरत पड़ने पर आंसू गैस की गोले भी दागे जा रहे हैं. बताते चलें कि शुक्रवार शाम तक किसान आगे की रणनीति का ऐलान करेंगे.