हरियाणा में जल्द ही विधानसभा के चुनाव होने हैं. चुनाव से पहले सत्ता पर काबिज होने के लिए बीजेपी और कांग्रेस समेत तमाम क्षेत्रीय दल लगातार जी तोड़ कोशिश कर रहे हैं. उधर, बीजेपी ने अपने प्रत्याशियों में से मुस्लिम प्रत्याशियों को भी मौका दिया है. बता दें कि पिछली बार बीजेपी ने केवल सात मुस्लिम उम्मीदवार ही उतारे थे जिसमें से कोई नहीं जीत पाया था. इस बार पार्टी को मुस्लिम प्रत्याशियों के जीतने की उम्मीद है.
बीजेपी मुस्लिम वोटर्स की पसंद!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीते चुनाव में इन मुस्लिम प्रत्याशियों ने दक्षिण हरियाणा के मुस्लिम बहुल क्षेत्र मेवात में पहले चुनाव लड़ चुके हिंदू प्रत्याशियों से अच्छा प्रदर्शन किया था. यही वजह है कि बीजेपी का वोट शेयर काफी बढ़ा था. बीजेपी के मुस्लिम उम्मीदवारों को मिलते ज्यादा वोट यह बताते हैं कि भारतीय जनता पार्टी हिंदुत्व वाली अपनी मूल विचारधारा से अलग हटकर मुस्लिम वोटर की पसंद बनी है. अब इस पर होने वाले हरियाणा विधानसभा चुनाव में 90 सीटों में से बीजेपी ने दो मुस्लिम उम्मीदवार घोषित किए हैं. इनको जहां से टिकट मिला है वहां मुस्लिम मतदाता की संख्या ज्यादा है.
इस बार कैसा मिलेगा परिणाम?
आपको बता दें कि साल 2019 में बीजेपी ने मुस्लिम उम्मीदवार को मैदान में उतारा जिसके बाद पार्टी का वोट शेयर पिछले चुनाव से लगभग डबल हो गया यानी की करीब 39 फीसदी. हालांकि, यहां भी पार्टी कांग्रेस से ज्यादा पीछे नहीं थी. बताते चलें कि 5 अक्टूबर को हरियाणा विधानसभा चुनाव के लिए मतदान होगा और 8 अक्टूबर को मतगणना होगी, देखना होगा कि बीजेपी का इस बार का प्रत्याशियों का चयन पार्टी को जीत दिलाने में कितना कारगर साबित होता है.