केरल के वायनाड में आई तबाही से कई लोगों की मौत हो चुकी है. कुछ लोग बेघर हो गए तो कई लोगों की भूस्खलन के मलबे में दबे होने की आशंका है. वायनाड का मुद्दा संसद में उठाया गया. वायनाड के मुद्दे पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में संबोधित किया. बता दें कि अमित शाह ने कहा कि, ‘केंद्र सरकार की तरफ से केरल सरकार को लैंडस्लाइड को लेकर अर्ली वॉर्निंग दी गई थी. चेतावनी देने के बाद भी केरल सरकार ने मामले पर गंभीरता नहीं दिखाई और इसमें लापरवाही बरती. केरल सरकार ने केंद्र की चेतावनी को नजरअंदाज किया…’
राज्यसभा में क्या बोले अमित शाह ?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि, मैं कुछ चीजों की स्पष्टता के लिए खड़ा हुआ है. इस घटना में जितने लोग हताहत हुए और घायल हुए हैं उन सभी के परिवार के प्रति मेरी संवेदना है. मृतकों के परिजनों और उनके परिवार के लोगों के प्रति मेरी अपार संवेदना. देश के सामने कोई गलतफहली न जाए इसलिए मैं स्पष्टता देना चाहता हूं. अंग्रेजी में अर्ली वॉर्निंग-अर्ली वॉर्निंग विपक्ष की ओर से बोला ही गया. 23 जुलाई को केरल सरकार को भारत सरकार की तरफ से अर्ली वॉर्निंग दी गई थी…’
‘केरल सरकार को पहले ही दी गई थी चेतावनी’
आपको बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने आगे कहा कि, सभी चेतावनियों में कहा गया कि 20 सेमी से ज्यादा बारिश होगी, भारी वर्षा होगी और लैंडस्लाइड की संभावना है जिसके चपेट में आकर लोग मर सकते हैं. मैं कुछ कहना नहीं चाहता हूं लेकिन भारत सरकार की वॉर्निंग प्रणाली पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि, देश में कई राज्य ऐसे हैं जिन्होंने इस वॉर्निंग सिस्टम का उपयोग कर जीरो कैजुअलटी है. भारत सरकार ने अर्ली वॉर्निंग सिस्टम के लिए 2 हजार करोड़ खर्चा किया है. 7 दिन पहले हर राज्य को सूचना भेजी जाती है…’ बताते चलें कि वायनाड मामले पर गृहमंत्री अमित शाह ने विस्तार से चर्चा की. इस हादसे में अब तक 150 से ज्यादा लोगो की मौत हो चुकी है, देखने वाली बात होगी कि सरकार केरल की मदद के लिए आगे क्या कदम उठाती है.