प्रकृति को लेकर इन्सानों के जहन में न जाने कितने सवाल होते हैं और इन्ही सवालों की उलझन व्यक्ति को जिज्ञासु बना देती है जो बहुत अच्छी बात है | कभी – कभी मनुष्य सोचता है कि रात ही नहीं होनी चाहिए सूरज ही नहीं डूबना चाहिए और कभी -कभी […]
प्रकृति को लेकर इन्सानों के जहन में न जाने कितने सवाल होते हैं और इन्ही सवालों की उलझन व्यक्ति को जिज्ञासु बना देती है जो बहुत अच्छी बात है | कभी – कभी मनुष्य सोचता है कि रात ही नहीं होनी चाहिए सूरज ही नहीं डूबना चाहिए और कभी -कभी […]