प्रधानमंत्री तीन दिवसीय विदेशी दौरे पर है जिसमें वह दो दिन रूस में रहे और इसके अगले दिन ऑस्ट्रिया में रहेंगे. इस बीच रूस ने पीएम मोदी को मॉस्को में देश का सर्वोच्च सम्मान ‘ऑर्डर ऑफ सेंट एंड्रयू द एपोस्टल’ से नवाजा. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने उन्हें खुद इस सम्मान से सम्मानित किया. बता दें कि यह सामान सबसे बेहतर काम करने वाले नागरिक या फिर सेना से जुड़े लोगों को दिया जाता है.

रूसी राष्ट्रपति को पीएम मोदी की सलाह
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पीएम मोदी अपने दो दिवसीय रूस दौरे के दौरान राष्ट्रपति पुतिन के साथ वार्षिक शिखर सम्मेलन में शामिल हुए. पीएम मोदी ने कहा कि, ‘एक मित्र के तौर पर मैंने हमेशा कहा है कि जंग के मैदान से शांति का रास्ता नहीं निकलता है. बम, बंदूक और गोलियों के बीच शांति संभव नहीं होती है. समाधान के लिए वार्ता जरूरी है…’ वहीं, पीएम की इस बात के जवाब पर राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि, ‘आप यूक्रेन संकट का जो हल निकालने की कोशिश कर रहे हैं हम उसके लिए आपके आभारी हैं…’ दरअसल, रूस-यूक्रेन युद्ध काफी लंबे स्तर पर जारी है और ऐसे में पीएम मोदी की रूसी राष्ट्रपति को सलाह अहम भूमिका निभा रही है.

शिखर वार्ता में क्या बोले पीएम?
आपको बता दें कि शिखर वार्ता में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई मुद्दों पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि पिछले 40-50 साल से भारत आतंकवाद का सामना कर रहा है इसलिए मॉस्को मैं हूं आतंकी हमले का दर्द समझ सकता हूं. पीएम ने कहा कि मैं इस तरह के आतंकवाद की कड़ी निंदा करता हूं. शांति की बहाली में भारत हर संभव मदद करने के लिए तैयार है…’ बताते चलें कि पीएम मोदी ने शिखर वार्ता में आतंकवाद से जुड़ी और भी कई बातों पर जोर दिया, देखने वाली बात होगी कि आखिर पीएम के रूस दौरे से भारत और रूस के रिश्तों में कितनी मजबूती आती है