जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव के लिए शंखनाद हो चुका है. विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान होने के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर में राजनीतिक पार्टियों ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं. इसी कड़ी में नेशनल कांफ्रेंस ने मंगलवार को अपने घोषणा पत्र का ऐलान किया जिसमें 12 गारंटी दी है. बता दें कि इसमें अनुच्छेद-370 की बहाली और जम्मू कश्मीर को राज्य का दर्जा समेत कई गारंटियां शामिल हैं. वहीं, बीजेपी ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र को राष्ट्रविरोधी बताया है.

नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र में क्या खास?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र में कई बड़े मुद्दे शामिल हैं, इसमें सभी राजनीतिक कैदियों के लिए माफी, कश्मीरी पंडितों की घाटी में सम्मानजनक वापसी का वादा किया गया है. इसके साथ ही पार्टी ने अपने चुनावी दस्तावेज में 200 यूनिट मुफ्त बिजली, बिजली और पानी के संकट से राहत, जम्मू कश्मीर में आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को हर साल 12 एलपीजी सिलेंडर मुफ्त देने का वादा किया गया है.

बीजेपी ने घोषणा पत्र को बताया राष्ट्रविरोधी
आपको बता दें कि बीजेपी ने नेशनल कांफ्रेंस के घोषणा पत्र को राष्ट्रविरोधी बताया है. जम्मू से बीजेपी सांसद और जम्मू कश्मीर बीजेपी के मुख्य प्रवक्ता ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए कहा कि, ‘एनसी का घोषणा पत्र राष्ट्रविरोधी और अलगाववादियों का समर्थन है. नेशनल कांफ्रेंस पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शन के काले दिनों की वापसी चाहती है…’ बताते चलें कि जम्मू-कश्मीर में विधानसभा चुनाव को लेकर सियासी हलचल तेज हो गई है, यहां तीन चरणों में मतदान होगा, देखने वाली बात होगी कि नेशनल कांफ्रेंस की ये गारंटियां चुनाव में पार्टी को कितना फायदा पहुंचाती है.