सात राज्यों की 13 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनाव के नतीजों से विपक्ष का आत्मविश्वास बढ़ गया है क्योंकि इन नतीजों में विपक्ष को प्राथमिकता मिली है. इन चुनाव में पार्टी ने जहां 10 सीटों पर जीत दर्ज की तो वहीं बीजेपी सिर्फ दो सीटों पर ही जीत हासिल कर पाई है, बाकी एक सीट निर्दलीय के खाते में गई है. बता दें कि इस पर बीजेपी की ओर से कहा जा रहा है कि, पार्टी को ज्यादा नुकसान नहीं हुआ है क्योंकि जिन सीटों पर उपचुनाव हुआ उनमें से बीजेपी के पास सिर्फ चार सीटें ही थी जबकि निर्दलीय विधायकों के पास तीन थी.

बीजेपी की रणनीति
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, आगे जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं उसके लिए बीजेपी को कड़ी मेहनत करने की जरूरत है. इसको लेकर चिंतन और मंथन का दौर जारी है लगातार बड़ी बैठकें पार्टी मुख्यालय में होती रहती हैं. बीजेपी कई चीजों पर अपनी रणनीति भी तैयार कर रही है जिससे आगामी चुनाव में उसे भारी मतों के साथ जीत हासिल हो सके. इन रणनीतियों में किस सीट पर कैसे जीत हासिल करनी है उसको लेकर मंथन संभव है, साथ ही पार्टी के कार्यकर्ताओं का अति आत्मविश्वास भी कहीं ना कहीं चुनाव में हर की बड़ी वजह बन सकता है. हो ना हो जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होने हैं बीजेपी को उन राज्यों में जबरदस्त मेहनत करने की जरूरत है और कई तरह की रणनीतियों को साथ लेकर धरातल पर उतरने की भी जरूरत है.

इस साल किन राज्यों में विधानसभा चुनाव?
आपको बता दें कि इस साल तीन प्रदेशों में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिसमें महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड शामिल है. महाराष्ट्र में लोकसभा चुनाव में मिली भारी शिकस्त से पार्टी भविष्य में किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ना चाहती है इस बात पर ही कंफ्यूज है. वहीं, हरियाणा की बात करें तो हरियाणा में लोकसभा चुनाव से पहले मुख्यमंत्री बदल दिया गया लेकिन उसका भी कोई असर प्रदेश की जनता पर पड़ता हुआ दिखाई नहीं दे रहा है क्योंकि इस बार लोकसभा चुनाव में बीजेपी को हरियाणा में अपनी 5 सीटें गंवानी पड़ी. पिछले साल भी बीजेपी अपने दम पर हरियाणा में सरकार बनाने में नाकामयाब साबित हुई तो बीजेपी ने जेजेपी के साथ गठबंधन करके सरकार बनाई लेकिन अब जेजेपी से भी बीजेपी ने गठबंधन तोड़ दिया है इसलिए हरियाणा में भी बीजेपी की स्थिति काफी कठिन परिस्थितियों जैसी है. वहीं बात करें झारखंड की तो झारखंड में भी बीजेपी के कुछ ऐसे ही हालत हैं इसलिए बीजेपी को इस पर कड़ा मंथन करने की जरूरत है. बताते चलें कि विधानसभा चुनाव के लिए बीजेपी अपनी रणनीति तैयार कर रही है, देखने वाली बात होगी कि आखिर विधानसभा चुनाव वाले राज्यों में किसकी सरकार बनती है.