दिल्ली के नए मुख्यमंत्री के तौर पर अतिशी को चुना गया है. दिल्ली के उपराज्यपाल ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का इस्तीफा और आतिशी द्वारा नई सरकार बनाने का दावा पेश करने का पत्र राष्ट्रपति को भेज दिया गया है. बता दें कि आतिशी ने मुख्यमंत्री पद के शपथ ग्रहण के लिए कोई तारीख नहीं मांगी इसलिए दिल्ली के उपराज्यपाल ने नए मुख्यमंत्री के शपथ ग्रहण की तारीख 21 सितंबर प्रस्तावित की है. आतिशी का कहना है कि, वह अपने कैबिनेट मंत्रियों के नाम बाद में सौंपेंगी जिसका मतलब है कि अभी तक कैबिनेट तय नहीं हुई है और पूरी संभावना है कि वह अकेले ही शपथ लेंगी.

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए एक्टिव आतिशी!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जल्द ही दिल्ली में विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं. ऐसे में आतिशी को सरकार के कामकाज में तेजी लाने के लिए जमीन पर उतरना होगा और इस बात को सुनिश्चित करना होगा कि फरवरी में होने वाले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर प्रमुख परियोजनाएं और योजनाएं पटरी पर आ जाएं. अरविंद केजरीवाल के 5 महीने जेल में रहने के कारण आम आदमी पार्टी की सरकार का कामकाज काफी प्रभावित हुआ है. फंड की कमी के चलते कई जरूरी सेवाएं बाधित हुई हैं जिस पर आतिशी को धरातलीय स्तर पर काम करने की खास जरूरत है.

लोगों के हितों की रक्षा करेंगे- आतिशी
आपको बता दें कि आतिशी का कहना है कि, ‘वह दिल्ली के लोगों के हितों की रक्षा करेंगी. उन्होंने आरोप लगाया कि, भारतीय जनता पार्टी आप सरकार की मुफ्त बिजली, पानी, दवा, महिलाओं के लिए मुफ्त बस यात्रा जैसी कल्याणकारी योजना में बाधा डालने की कोशिश करेगी. इस बीच ‘आप’ के वरिष्ठ नेता और डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा कि, आतिशी के पास दो प्रमुख कार्य होंगे… पहले दिल्ली के लोगों को मुफ्त बिजली, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं को रोकने के बीजेपी के प्रयास से बचाना और दूसरा दिल्ली के दो करोड़ लोगों की मदद से अरविंद केजरीवाल को फिर से मुख्यमंत्री बनाना…’ बताते चलें कि दिल्ली में लगातार सियासी उथल-पुथल बढ़ रही है. बहरहाल, इन सबके बीच देखने वाली बात होगी कि आखिर दिल्ली की राजनीति में और क्या कुछ नया होता है.