लोकसभा चुनाव के बाद अब उन राज्यों में सियासत बढ़ती नजर आ रही है जहां पर अगले कुछ महीनो में विधानसभा के चुनाव होने हैं. इसी कड़ी में हरियाणा राज्य सबसे पहले आता है. हरियाणा में अक्टूबर के महीने में विधानसभा के चुनाव होने हैं जिसके लिए बीजेपी, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, इनेलो-बीएसपी समेत सभी राजनीतिक दल अपनी तैयारियों में जुटे हैं. एक ओर जहां इनेलो और बीएसपी गठबंधन में विधानसभा का चुनाव लड़ेंगे तो वहीं आम आदमी पार्टी की ओर से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया गया कि ‘आप’ 90 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. बता दें कि पार्टी किसी के साथ गठबंधन नहीं करेगी और इसकी जानकारी पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने प्रेस कांफ्रेंस कर दी है.

AAP नेशनल पार्टी है – भगवंत मान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मन में चंडीगढ़ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ऐलान किया कि आम आदमी पार्टी 90 विधानसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेगी. उन्होंने कहा कि, ‘आम आदमी पार्टी एक नेशनल पार्टी बन चुकी है, जब से हमने गुजरात में 14 फीसदी वोट हासिल किए हैं तब से आधिकारिक रूप से चुनाव आयोग ने आम आदमी पार्टी को नेशनल पार्टी बना दिया है. ‘आप’ सिर्फ 10 सालों में राष्ट्रीय पार्टी बनी है. दो राज्य में हमारी सरकार और विभिन्न राज्यों में हमारे विधायक है…’

‘हरियाणा की जनता बदलाव चाहती है‘
आपको बता दें कि भगवंत मान ने आगे कहा कि, ‘दिल्ली और पंजाब में हमारी सरकार है. आधा हरियाणा पंजाब से टच करता है और आधा दिल्ली से. जब हमने रोहतक और जींद जैसी जगहों का दौरा किया तब देखा की जनता बदलाव चाहती है. लोगों का मानना है कि, हरियाणा में उनके साथ किसी ने वफा नहीं किया जो भी आया उसने लूटा है लेकिन अब जनता बदलाव चाहती है…’ बताते चलें कि हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर भगवंत मान ने एक स्लोगन भी दिया- ‘बदलेंगे हरियाणा का हाल, अब लाएंगे केजरीवाल…’ बहरहाल, देखने वाली बात होगी कि आखिर इन सबके बीच प्रदेश में किसकी सरकार बनती है.